"मुझे भुलाने के लिए तुम्हारा खुद को मिटाना लाज़िमी है, क्योंकि मैं वो जानलेवा नशा हूं, जिसकी लत छुड़ाने की ना कोई दवा है, और ना कोई दुआ".....! @रिवांश सिंह राठौड़....!
"है इश्क़ झूठा, और मोहब्बत एक दगा है, बर्बाद किया मुकम्मल, धोखे से बस जिसने दिलों को ठगा है".....! @दुआ शर्मा......!
"इश्क़–मोहब्बत तो खामखां यूहीं बदनाम हैं, हकीकत में औरत दगाबाज़ी का असल मुकाम है.....! @रिवांश सिंह राठौड़.....!
"वो खुशमिजाज़ी की नेमत, जैसे एक खूबसूरत दुआ, वो मौत और ज़िंदगी के बीच का जैसे एक खतरनाक जुआ".....! @आरिज़ मल्होत्रा.....!
#\"Cruel Love"-(The shades of Haterd!)
(कैसी लगी नई कहानी की ये एक छोटी सी नई झलक?)
Kartik Ōñ
Delete Comment
Are you sure that you want to delete this comment ?
Vansh Singla
Delete Comment
Are you sure that you want to delete this comment ?
.
Delete Comment
Are you sure that you want to delete this comment ?