श्रव्या अव्यान की जानलेवा नज़र देखकर हैरान थी। श्रव्या के मासूम और बोधात्मक चेहरे को देखकर अव्यान खुद पर काबू नहीं रख पाया और अपने बड़े हाथों से उसकी पतले गर्दन को जकड लिया।
"अव्यान, तुम पागल हो गए हो क्या? ", श्रव्या चौंक गई, उसे समझ नहीं आया कि अव्यान उसका गला क्यों घोटना चाहता था? या वो कोई ख्वाब देख रही थी।
"मैं पागल हो गया हूँ? श्रव्या, मुझे उम्मीद नहीं थी कि तुम इतनी क्रूर हो जाओगी!" अव्यान की आँखें लाल हो गई, घृणा से भरी हुई। अजन्मे बच्चे के बारे में सोचते हुए, उसने श्रव्या के गले पर, अपने हाथ का दबाव बढ़ा दिया।
वह सोचता था कि श्रव्या मासूम, प्यारी, जीवंत और आकर्षक लड़की थी। लेकिन वो क्रूरता की सारी हद पार कर सकती थी, इस बारे में सोच कर अव्यान का गुस्सा बढ़ता गया, उसने नॉटी को मार डाला, कंपनी की रिसर्च लैब से चोरी की और आज चुपके से उनके बच्चे का अबॉर्सन करा दिया।
अव्यान को आज मालूम हुआ कि वह किसी व्यक्ति का गलत आकलन भी कर सकता है, गले पर असहनीय जकड़न से श्रव्या सांस नहीं ले पा रही थी, उसका चेहरा लाल हो रहा था।
अपने पैरों को जोर से पटकते हुए, श्रव्या मदद के लिए पुकारना चाहती थी, लेकिन आवाज़ नहीं निकाल पा रही थी, इन सब में उसे सबसे बड़ा सदमा तो इस बात का लगा की अव्यान उसे मारना चाहता था? उसकी आंखो से आंसू की बुंद फिसली। लेकिन, इससे पहले कि श्रव्या को एहसास हुआ कि वह बेहोश होने वाली है, अव्यान ने उसे छोड़ दिया।
"मैंने ऐसा क्या किया है...कि तुम मुझे...मारना चाहते हो?", खांसते हुए श्रव्या ने धीमी आवाज में कहा।
उन दोनो के बीच आते हुए कियारा ने श्रव्या को दोषी बनाते हुए कहा, "श्रव्या, चाहे तुम कितनी भी नाराज़ क्यों न हो, तुम अपने गर्भ में पल रहे बच्चे का चुपके से अबॉर्शन नहीं करवा सकती थी। माना कि तुम्हे अव्यान पर गुस्सा था, लेकिन इसमें उस बच्चे का क्या कसूर था? उस मासूम बच्चे की... बेचारा नन्हीं सी जान, इस दुनिया में आने से पहले ही अपनी माँ द्वारा मारा गया। तुमने कभी सोचा नहीं कि तुम्हे कभी भगवान के पास भी जाना है।"
कियारा की बातों से अव्यान के दिल में फिर से गुस्सा फूटा और उसकी आँखें पहले से अधिक लाल हो गई, उसने गुस्से से बिस्तर पर पड़ी, कमजोर और स्तब्ध श्रव्या को देखा।
"कियारा, तुम किस बारे में बात कर रही हो?", श्रव्या ने आश्चर्य भाव से पूछा। उसके गर्भ में बच्चा था? और उसने उसे मार डाला? इन बातों का आखिर मतलब क्या था? आज सुबह तक वो जानती भी नहीं थी कि वो प्रेग्नेंट है, फिर कियारा किस तरह की बातों से अव्यान का ब्रेनवॉश कर रही थी, क्या ऐसा हुआ कि सीढ़ियों पर गिरने की वजह से उसने अपना बच्चा खो दिया और बड़ी चालाकी से कियारा ने उसके मिसकैरेज को अबोर्शन का नाम दे दिया। लेकिन, अव्यान उसकी बातों में कैसे आ सकता था...इस बारे में सोच कर श्रव्या का सिर दर्द से फटने लगा।
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