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hello readers please give a way to my book Malison..

hello readers please give a way to my book Malison Revenge 18+

उसने उसका जबड़ा इतना कसकर पकड़ा कि अंब्हिरिनी का चेहरा ऊपर की तरफ झुक गया और उसकी सांसें रुक सी गईं। अर्कासन की आवाज़ लोहे जैसी थी, जैसे हर तरह की आज़ादी खत्म हो गई हो।

"अब से, अंब्हिरिनी… तुम कभी भाग नहीं सकती। मेरा पिंजरा बिना दरवाजों और बिना रोशनी का है। तुम मेरी हो… और मैं तुम्हें तोड़ सकता हूँ।"

ये शब्द सुनकर अंब्हिरिनी का खून जम गया। उसे डर हुआ। वह पीछे हट गई और अपने आप को बचाने की कोशिश करने लगी। तभी अचानक कपड़े फटने की तेज़ आवाज़ गूंज उठी, जैसे कोई शिकारी हमला कर रहा हो।

वह डर के मारे काँप उठी। लेकिन अर्कासन का presence हमेशा उसके पीछे था, जिससे वह कहीं भाग ही नहीं सकती थी। उसे एहसास हुआ कि वह एक डरावने सपने में फँसी है, जहाँ उसकी चीख़ों को कोई सुन भी नहीं सकता।

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