सल्फ्यूरिक एसिड !!” वह नाम पढता हुआ उन शीशियो को देख ही रहा था कि आकाश के चेहरे का रंग ही उड़ गया| उसके हाव भाव एकदम से घबराए हुए हो गए| वह तत्परता से उस बॉक्स को अपने से दूर धकेल देता है और ऐसा करते वह बॉक्स और उसकी शीशियाँ झटके से जमीन पर गिरती छन्न्न्न से टूटती हुई बिखर जाती है| वह सच में एसिड था और गिरते ही उस स्थान पर जलने का तेज निशान के साथ एक तेज गंध तक फ़ैल जाती है| मेनेजर ये सब देखते कुछ समझ नही पाता पर आकाश उसकी तो हालत ही खराब हो जाती है| पढ़े अर्चना ठाकुर की बेइंतहा ceo की कहानीCheck out बेइंतहा ❤
"जुनून इश्क़ का" novel on Story Mania
https://storymania.in/SZDbeffAixyh
Read long story (150+ parts) only on Story Mania
Priti Goyal
टिप्पणी हटाएं
क्या आप वाकई इस टिप्पणी को हटाना चाहते हैं?
Dj Jain
टिप्पणी हटाएं
क्या आप वाकई इस टिप्पणी को हटाना चाहते हैं?
Kishori Soniya
टिप्पणी हटाएं
क्या आप वाकई इस टिप्पणी को हटाना चाहते हैं?
Anu Choudhary
टिप्पणी हटाएं
क्या आप वाकई इस टिप्पणी को हटाना चाहते हैं?
Juli Mandal
टिप्पणी हटाएं
क्या आप वाकई इस टिप्पणी को हटाना चाहते हैं?
रितिका सिंगला
टिप्पणी हटाएं
क्या आप वाकई इस टिप्पणी को हटाना चाहते हैं?
saan
टिप्पणी हटाएं
क्या आप वाकई इस टिप्पणी को हटाना चाहते हैं?
Seema 03666
टिप्पणी हटाएं
क्या आप वाकई इस टिप्पणी को हटाना चाहते हैं?
Shristi Kumari
टिप्पणी हटाएं
क्या आप वाकई इस टिप्पणी को हटाना चाहते हैं?
Jyoti
टिप्पणी हटाएं
क्या आप वाकई इस टिप्पणी को हटाना चाहते हैं?
Ishu Perjapati
टिप्पणी हटाएं
क्या आप वाकई इस टिप्पणी को हटाना चाहते हैं?
Priti Goyal
टिप्पणी हटाएं
क्या आप वाकई इस टिप्पणी को हटाना चाहते हैं?
Kartik Ōñ
टिप्पणी हटाएं
क्या आप वाकई इस टिप्पणी को हटाना चाहते हैं?
Archana Thakur
टिप्पणी हटाएं
क्या आप वाकई इस टिप्पणी को हटाना चाहते हैं?