भूमि वापस आ जाएगी – बस तब तक तुम क्षितिज का ख्याल रखना – और अपना भी |” वह उसका चेहरा अपनी हथेली के बीच लेता हुआ मुस्करा देता है|
मेनका हैरान नज़रो से अपने भाई को देखने लगी थी और वह भरसक मुस्कान लिए कह रहा था –
“पता है आज मैं सोच रहा था कि क्यों न हम यही पार्टी करे और साथ में कोई अच्छी सी मूवी देखे जो तुम्हे और क्षितिज को पसंद हो आखिर मैं चाहता हूँ कि मेरा भांजा या भांजी मुस्कराते हुए इस दुनिया में आए - हमने कभी साथ में ऐसे टाइम नही बिताया न !”
आकाश कुछ ज्यादा ही मुस्करा रहा था और मेनका मौन उसका चेहरा देखती रही|
Check out Archana Thakur profile on Story Mania
https://storymania.in/BZBbehagAhcxy
Read long story (150+ parts) only on Story Mania
Vinod Kumar
تبصرہ حذف کریں۔
کیا آپ واقعی اس تبصرہ کو حذف کرنا چاہتے ہیں؟
1746419814906830
تبصرہ حذف کریں۔
کیا آپ واقعی اس تبصرہ کو حذف کرنا چاہتے ہیں؟