इतने दिनों में तुम्हें बहुत अच्छे से जान गई हूं और तुम्हारी बहन को उस दिन सड़क पर देख कर तुम्हारे साथ वो हरकत करने पर जान लिया था , जब तुम उसे बचा रही थी और उसने जानबूझकर तुम्हें धक्का दिया था! जो इतनी छोटी उम्र में इतनी दुष्ट थी वो बड़े होकर सुधरी नहीं होगी इसका अनुमान यहां तुम्हें अपने परिवार से अलग देखकर सहज ही लगा सकती हूं.....!! दुनिया देखी है मैंने ! बूढ़ी आंखें उम्र के साथ धुंधला जरूर जाती हैं लेकिन वो देख लेती है जो जवान आंखें नहीं देख पाती.....!!
Jyoti
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Kavita Kumari
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Juli Mandal
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